उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर में सत्ताधारी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस के बीच जारी जंग में कांग्रेस ने एक नया दांव चला है.
कांग्रेस ने अंबेडकर नगर ज़िला प्रशासन से 14 अप्रैल को अंबेडकर प्रतिमा पर राहुल गांधी को माल्यार्पण करने देने की इजाजत मांगी है.
राहुल गांधी की पहले से प्रस्तावित रैली में इस तरह का कोई कार्यक्रम नहीं था लेकिन कांग्रेसियों ने मंगलवार को अचानक एक आवेदन पत्र देकर इसकी अनुमति माँगी है.
कांग्रेस के इस आवेदन पर प्रशासन ने अभी तक कोई फै़सला नहीं लिया है.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी अंबेडकर जयंती के अवसर पर 14 अप्रैल को बसपा के मज़बूत गढ़ अंबेडकर नगर में मुख्यमंत्री मायावती को सीधे चुनौती देंगे.
राहुल गांधी यहाँ से कांग्रेस नेताओं की दस टोलियों को पूरे उत्तर प्रदेश की यात्रा के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.
हमने मंगलवार को एक प्रार्थना पत्र देकर राहुल गांधी को डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करने देने की इजाजत मांगी थी लेकिन प्रशासन ने अभी तक इजाजत नहीं दी है
निर्मल खत्री, कांग्रेस सांसद
कांग्रेस की इस यात्रा के दौरान नेता प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में जाकर माया सरकार के खिलाफ़ अभियान चलाएंगे.
उनका फ़ोकस विशेष रूप से दलित वर्ग होगा जिसे बसपा का मज़बूत वोट बैंक माना जाता है.
इसके अलावा वे एक रैली को भी संबोधित करेंगे. जिस जगह कांग्रेस की रैली रखी गई है उससे करीब दो सौ मीटर की दूर पर ही बसपा की भी एक रैली होने वाली है.
अंबेडकर नगर के अपर ज़िलाधिकारी रामकृष्ण ने बताया कि अंबेडकर प्रतिमा पर राहुल गांधी के माल्यार्पण करने के लिए अनुमति कांग्रेस नेताओं ने काफ़ी देर से माँगी.
उन्होंने बताया कि कांग्रेस के आवेदन का परीक्षण कराकर ही उस पर कोई फ़ैसला लिया जाएगा.
वहीं फैजबाद के सांसद और इस यात्रा के संयोजक निर्मल खत्री ने बताया, ''हमने मंगलवार को एक प्रार्थना पत्र देकर राहुल गांधी को डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने देने की अनुमति मांगी थी लेकिन प्रशासन ने अभी तक अनुमति नहीं दी है.''
अंबेडकर के बहाने
अंबेडकर नगर कांग्रेस और बसपा की जोर आजमाइश का अखाड़ा बन गया है.
कांग्रेस ने अपनी यात्रा के लिए जो पोस्टर छपवाए थे, उस पर पहले डॉक्टर अंबेडकर का चित्र नहीं था जबकि यात्रा अंबेडकर जयंती के दिन से ही शुरू की जा रही थी.
इसे बसपा ने मुद्दा बना लिया जिसके बाद कांग्रेस ने दूसरे पोस्टर छपवाए.
अब राहुल गांधी के अंबेडकर नगर में रैली से पहले अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने की अनुमति माँगने को बसपा पर कांग्रेस के पलटवार के रूप में देखा जा रहा है.
राहुल गांधी इससे पहले दलित बस्तियों का दौरा कर और दलितों के यहाँ भोजन कर उनके साथ अपनी हमदर्दी जताते थे. इससे मायावती बहुत चिढ़ती थीं और इसे नाटक बताती थीं.
लेकिन राहुल गांधी अब कांग्रेस पार्टी की 125वीं वर्षगाँठ पर दलितों के सबसे बड़े मसीहा डॉक्टर अंबेडकर को याद कर मायावती के मर्म पर सीधे चोट की है.
कांग्रेस की इस कवायद को जवाब देने के लिए बसपा प्रदेश भर में रैलियाँ कर रही है. इसमें महिला आरक्षण और महँगाई मुख्य मुद्दा हैं.
मायावती राजधानी लखनऊ में डाक्टर अंबेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल पर डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद ठीक उसी समय प्रेस को संबोधित करेंगी जब राहुल गाँधी उनके गढ़ में सेंध लगाने पहुँचेंगे.
अंबेडकर नगर में बसपा ने कांग्रेस के मुक़ाबले अपनी रैली को ज़ोरदार दिखाने के लिए पूरी ताकत लगा दी है. कांग्रेस की रैली दोपहर में है और बसपा की शाम को है.