अन्ना, बाबा से निपटेंगे राहुल !
नई दिल्ली। काले धन को वापस लाने और भ्रष्टाचार के खिलाफ बाबा रामदेव व अन्ना हजारे के आंदोलनों से धूमिल हुई छवि को बचाने के लिए कांग्रेस सरकार राहुल गांधी का सहारा ले रही है। कांग्रेस के कई नेता चाहते हैं कि अन्ना और बाबा की चुनौती से निपटने के लिए राहुल गांधी आगे आएं और लोगों के बीच जाकर अपने करिश्माई व्यक्तित्व से सरकार पर विश्वास लौटाने का काम करें। शुक्रवार को हुई कांग्रेस वर्किग कमेटी की बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा भी की गई।
कांग्रेस को लगता है कि अन्ना हजारे और बाबा रामदेव ने भाजपा व राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के समर्थन से आंदोलनों को हवा देकर सरकार के लिए मुसीबतें खड़ी की, इसलिए राहुल गांधी लोगों के बीच जाकर अन्ना व बाबा के असली चेहरे उजागर करे। अन्ना हजारे द्वारा 16 अगस्त से फिर अनशन की धमकी से निपने के लिए कांग्रेस एड़ी चोटी का जोर लगा रही है और इसके लिए इस्पात राज्य मंत्री बेनी प्रसाद सहित कइ वरिष्ठ मंत्रियों की लगातार बैठकें हो रही हैं।
बेनी के साथ साथ कई बड़े नेता सोचते हैं कि राहुल गांधी के सिवा कांग्रेस में कोई ऎसा दूसरा नेता नहीं है जो लोगों के बीच जाकर सरकार पर विश्वास रखने की अपील करें और सरकार के पक्ष में अन्ना व बाबा जैसे आंदोलनों को नेतृत्व दे सकें। बेनी प्रसाद कहते हैं कि राहुल इस काम में पूरी तरह से सक्षम हैं और देश मे उनकी छवि अन्ना हजारे या बाबा रामदेव से कई गुना बड़ी है। बेनी प्रसाद ने बताया कि शुक्रवार को हुई कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में बाबा और अन्ना के आंदोलनों से निपटने के लिए राहुल गांधी के नेतृत्व में इस तरह के अभियान चलाने पर विस्तार से चर्चा की गई।
सीडब्लूसी के एक अन्य सदस्य जगमीत ब्रार ने कहा कि राहुल गांधी के पास प्रभावशाली व्यक्तित्व व अद्भुत क्षमता है। युवक कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद अन्य किसी नेता ने बहुत जल्द इतनी लोकप्रियता हासिल नहीं की। उनमें अन्ना और बाबा के आंदोलनों से निपटने और लोगों को जागरूक करने की पूरी क्षमता है।
इससे पहले गृह मंत्री पी चिदंबरम ने लोकपाल पर बयान देकर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी। चिदंबरम ने कहा कि बहुत से लोग चाहते है कि प्रधानमंत्री का पद भी लोकपाल के दायरे में हो , मैं उनसे बिल्कल सहमत हूं।
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Mahi
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