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Saturday, November 13, 2010

सोनिया गांधी अवैध संतान सुदर्शन

सोनिया गांधी अवैध संतान: सुदर्शन

Source: भास्कर न्यूज़   |   Last Updated 23:12(11/11/10)
भोपाल.
 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रमुख केएस सुदर्शन ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की हत्या का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया। 

सुदर्शन यहीं नहीं रुके और उन्होंने सोनिया को सीआईए (अमेरिकी खुफिया एजेंसी) की एजेंट और 'अवैध संतान' भी कह दिया। 

सुदर्शन ने बुधवार को भोपाल में संघ के धरना स्थल पर मीडिया से चर्चा में ये आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि सोनिया के जन्म के समय उनके पिता जेल में थे। इस बात को छिपाने के लिए ही वे अपनी जन्मतिथि 1944 के बजाय 1946 बताती हैं। उन्होंने कहा कि एक कांग्रेस नेता ने उन्हें यह सारी जानकारी दी। सुदर्शन ने उस नेता का नाम उजागर करने से इनकार कर दिया। 

संघ को फंसाने में लगा है केंद्र : उधर दिल्ली में भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार आतंकी हमलों के मामलों में संघ को फंसाने में लगी है। वह इसके लिए सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है। 

आडवाणी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक में ये विचार जताए। उन्होंने कहा कि केंद्र की यूपीए सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है। वह लोगों का ध्यान बंटाने के लिए संघ को आतंकी मामलों में फंसाने की कोशिश कर रही है।

सोनिया गांधी को अवैध संतान नहीं कहा-मिश्र 

सोनिया गांधी पर चर्चित पुस्तक 'सोनिया अंडर स्क्रूटिनी' लिखने वाले पूर्व भाजपा सांसद दीनानाथ मिश्रा ने दैनिक भास्कर से कहा कि किताब में ऐसा कोई जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि हिंदी में यह पुस्तक 'सोनिया गांधी का सच' के नाम से प्रकाशित हुई। सुदर्शन की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया न जताते हुए मिश्र ने कहा कि उनकी किताब में सोनिया के क्वात्रोच्चि के साथ रिश्तों और कुछ अन्य संदर्भो का उल्लेख है। 

गौरतलब है कि भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बुधवार को ही सुदर्शन के आरोपों के संबंध में कहा कि यह आरोप पहली बार नहीं लगे हैं। दीनानाथ मिश्रा की पुस्तक में इसका विस्तार से उल्लेख है। पिछले लोकसभा चुनाव के पहले लखनऊ में मेनका गांधी ने इस किताब को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की थी। 

मम्मी से कह कर प्रतिबंध लगवा दें: झा 

आरएसएस के धरने में भाजपा और संघ नेताओं ने केंद्र सरकार पर तीखे हमले किए। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष प्रभात झा ने तो यहां तक कहा कि राहुल गांधी चाहें तो 'अपनी मम्मी सोनिया गांधी से कह कर संघ पर प्रतिबंध लगवा दें।' 

बुधवार को लिली टॉकीज चौराहे पर आयोजित धरने को संबोधित करते पूर्व सांसद आरिफ बेग ने कहा कि जिन इंद्रेशकुमार पर आतंकवाद में लिप्त होने का आरोप लगाया गया है वे बिना किसी सुरक्षा व्यवस्था के कश्मीर घाटी में मुसलमानों के घर में रहते हैं और उन्हें देश की मुख्य धारा से जोड़ने का काम कर रहे हैं।

आरोप कई, सबूत किसी का नहीं

पूर्व संघ प्रमुख सुदर्शन से पूछा गया कि ये खुलासे उन्होंने पहले क्यों नहीं किए तो वे चुप्पी साध गए। उन्होंने उस कांग्रेसी नेता का नाम भी नहीं बताया जिसने उन्हें सोनिया के सीआईए एजेंट होने की जानकारी दी थी। एक भाजपा नेता ने यह कहकर सुदर्शन का बचाव किया कि ये बातें 'सोनिया गांधी का सच' नामक किताब में लिखी हैं, उस किताब के लेखक पूर्व भाजपा सांसद से भास्कर ने बात की, तो उन्होंने साफ कहा कि मेरी किताब में ऐसा कुछ नहीं लिखा है। 

इंदिरा को भनक लग गई थी

सुदर्शन ने दावा किया कि राजीव ने ईसाई धर्म ग्रहण कर राबटरे नाम से सोनिया से शादी की। बाद में इंदिरा ने वैदिक पद्धति से शादी कराई। इंदिरा को इस बात की भनक लग गई थी कि सोनिया सीआईए एजेंट है, लेकिन इंदिरा उसका अपने हिसाब से उपयोग करना चाहती थी। 

सोनिया चाहती तो बच जातीं इंदिरा

इंदिरा की सुरक्षा से सतवंत सिंह (गोली मारने वाला सुरक्षा कर्मी) को हटाने की बात हुई थी, लेकिन सोनिया ने यह नहीं होने दिया। जब इंदिरा को गोली लगी तो उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाने की बजाय वे एम्स ले गई, जो काफी दूर था। तब तक उनका काफी खून बह चुका था। एम्स के डॉक्टरों ने कहा- ब्राट डेड (यानी अस्पताल लाए जाने पर उनकी मृत्यु हो चुकी थी)। 

राजीव गांधी को भी शक हो गया था

सुदर्शन ने दावा किया कि राजीव को भी सोनिया पर शक हो गया था। वे उनसे अलग होने का मन बना रहे थे। सुदर्शन ने सोनिया पर राजीव की हत्या के षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए कहा कि सोनिया के इशारे पर श्रीपेरुंबुदूर की सभा में जेड प्लस सुरक्षा नहीं की गई। सुदर्शन ने सवाल किया कि इस बात की जांच क्यों नहीं होती कि राजीव को जेड प्लस सुरक्षा क्यों नहीं उपलब्ध कराई गई?

सुदर्शन का आरोप उनकी ओछी मानसिकता दर्शाता है। सोनिया गांधी उस परिवार की बहू हैं जिसने देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है। 

सुरेश पचौरी, अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस

पहले भी चल चुके हैं सुदर्शन के विवादित तीर..

'अयोध्या में विवादित ढांचे को बम से ध्वस्त किया गया था।' (दिसंबर, 2000) 'हिंदुओं को कम से कम तीन बच्चे पैदा करने चाहिए ताकि हिंदू धर्म,संस्कृति और समाज की रक्षा हो सके।' (नवंबर, 2005) 'जिन्ना के कई चेहरे थे। यदि आप इतिहास ठीक से पढ़ेंगे तो पाएंगे कि वे तिलक की तरह संयुक्त भारत के लिए प्रतिबद्ध थे।' (अगस्त, 2009)

'नेहरू और माउंटबेटन कश्मीर समस्या के लिए जिम्मेदार थे। नेहरू एडविना के प्रभाव में काम करते थे। इंदिरा तत्कालीन प्रधानमंत्री शास्त्री की मौत के लिए जिम्मेदार थीं।' (अक्टूबर 2010)

ये आहत मन की पीड़ा

सोनिया गांधी पर सुदर्शन की टिप्पणी को प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा ने 'आहत मन की पीड़ा' बताया है। उन्होंने कहा कि संघ के खिलाफ दुष्प्रचार से सुदर्शन गहरी तकलीफ में हैं। 

झा ने कहा कि पूर्व संघ प्रमुख की टिप्पणी पर वे कोई प्रतिक्रिया नहीं जताएंगे। जब उनका जन्म भी नहीं हुआ था,सुदर्शन तब से संघ के लिए कार्य कर रहे हैं। झा ने कहा कि संघ के देशव्यापी धरने की सफलता से कांग्रेस उसकी ताकत का अंदाजा लगा सकती है। संघ हमारी मातृसंस्था है।

85 साल बाद सड़कों पर उतरा संघ

..क्योंकि आतंकी होने का ठप्पा लग रहा था।
1925 में स्थापना के बाद  संघ पहली बार सड़कों पर विरोध करने उतरा और धरना दिया।
अजमेर समेत देश के कुछ हिस्सों में हुए विस्फोटों में स्वयंसेवकों का नाम शामिल किए जाने के खिलाफ संघ ने बुधवार को देशभर में धरने-प्रदर्शन आयोजित किए। लखनऊ में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि जब-जब दिल्ली में सत्ता डोलती है तब-तब संघ को निशाना बनाने का षड्यंत्र रचा जाता है।


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Mahi

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