जयपुर/नई दिल्ली। । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रमुख केएस सुदर्शन की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर की गई टिप्पणी के मामले में दर्ज मुकदमे की जांच माणकचौक थानाधिकारी करेंगे। इस मामले में पुलिस परिवादी के बयान भी दर्ज करेगी। पुलिस पूर्व संघ प्रमुख से पूछताछ कर सकती है। हालांकि पूछताछ कब और कहां होगी यह अभी तक साफ नहीं हो सका है। साथ ही परिवादी से मुकदमे से संबंधित दस्तावेज भी मांगा जाएगा। अदालत के आदेश पर माणक चौक थाना पुलिस ने सुदर्शन के खिलाफ भारतीय दण्ड संहिता की धारा 153 (बी), 505, 500 के तहत मामला दर्ज किया था।
एएसपी अनिल गोठवाल के मुताबिक, बयानबाजी को लेकर दर्ज मामले की जांच माणकचौक थानाधिकारी विधाधर डूडी को सौंपी गई है। गोठवाल का कहना है कि मामले में परिवादी के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। इसके अलावा परिवादी से बयानबाजी के सबूत के संबंध में दस्तावेज भी मांगा जाएगा।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रमुख केएस सुदर्शन की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर की गई टिप्पणी को लेकर देशभर में जबर्दस्त बवाल मचा हुआ है। कांग्रेस और इससे संबंधित संगठन सुदर्शन के खिलाफ देशभर मे आंदोलन छेड़े हुए र्है।
संघ को खेद
राष्ट्रीय स्वयंसेवक ने पूर्व संघ प्रमुख के.एस.सुदर्शन की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के संबंध में की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए शुक्रवार को सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त किया। उधर, कांग्रेस की ओर से जयपुर व भोपाल में सुदर्शन के विरूद्ध मामला दर्ज कराया गया है। जयपुर में सुरेश मिश्रा व भोपाल में प्रदीप शर्मा ने मामला दर्ज कराया। भोपाल में मामले पर दो दिसम्बर को सुनवाई होगी।
संघ के सरकार्यवाह सुरेश जोशी ने यहां जारी बयान में कहा कि सुदर्शन की कथित टिप्पणियों को संघ का मत नहीं माना जाना चाहिए। भावनाओं को आहत करने वाली टिप्पणियों से जुड़ा घटनाक्रम दुर्भाग्यपूर्ण है, जिसके लिए वह संघ के महासचिव के रूप में हार्दिक रूप से खेद व्यक्त करते हैं। उन्होंने देशवासियों से आग्रह किया कि टिप्पणियों से उपजे विवाद के संबंध में शांति और संयम कायम रखें। इस बीच, भाजपा ने कहा कि संघ के खेद जताने और खुद को बयान से अलग करने के बाद भी कांग्रेस मामले को बेवजह तूल दे रही है। भाजपा ने संघ के खेद जताने के बयान से सहमति जताई।
संघ करेगा जांच
पूर्व सरसंघ चालक के.एस. सुदर्शन की सोनिया गांधी पर टिप्पणी से "बैकफुट" पर आए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को आशंका है कि सुदर्शन ने जो कहा उसमें जुबान भले उनकी थी, लेकिन दिमाग किसी और का था। इस छिपे चेहरे को सामने लाने का जिम्मा संघ के सह सर कार्यवाह सुरेश सोनी को सौंपा गया है।
सुदर्शन को ऎसे बयान की सलाह देने वाले के रूप में शक की सुई ऎसे चेहरे पर अटकी है, जिसकी भाजपा नेता विजयाराजे सिंधिया के समय संघ में अच्छी दखल थी। वे अपने काम में जुट भी गए हैं। दरअसल संघ की चिंता का कारण है। इस झमेले से उसकी बनी बनाई रणनीति पर असर पड़ा है क्योंकि आतंकवाद के मुद्दे पर संघ-भाजपा की जुगलबंदी से केन्द्र सरकार दबाव में आ गई थी, लेकिन सुदर्शन की टिप्पणी से सारे किए कराए पर पानी फिर गया।
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Mahi
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