सोनिया बनीं "मन" की ढाल
नई दिल्ली। घोटालों को लेकर सरकार के भीतर मतभेदों के विपक्ष के आरोपों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समर्थन में आते हुए उन्हें सौम्यता, शुचिता और ईमानदारी की मिसाल बताया। प्रधानमंत्री पर व्यक्तिगत प्रहार करने के लिए भाजपा को आडे हाथ लेते हुए सोनिया ने कहा कि मैं हमारे प्रधानमंत्री के बारे में कुछ कहना चाहती हूं। वे ईमानदारी व सौम्यता के प्रतीक हैं। भाजपा का उन पर व्यक्तिगत प्रहार निन्दनीय है। पार्टी पीएम के साथ खड़ी है।
भाजपा पर पलटवार
अधिवेशन में कांग्रेस ने भ्रष्टाचार पर कहा कि उसने ऎसे मामलों में जांच पड़ताल की रिपोर्ट की प्रतीक्षा किए बिना जरा सा भी शक होने पर अपने मुख्यमंत्रियों और वरिष्ठ मंत्रियों से इस्तीफे मांगने में जरा भी झिझक नहीं दिखाई, जबकि भाजपा और उसके नए सहयोगियों ने इसके ठीक उलट काम किया। महाधिवेशन में पारित राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि भाजपा ने स्वयं शासित राज्यों में भ्रष्टाचार का मुद्दा न उछालकर व कर्नाटक के सीएम और राष्ट्रीय संसाधनों को एकत्र करने के दोष्ाी अन्य लोगों का बचाव करके अपने नैतिक दिवालियापन का प्रदर्शन किया है।
मिले कड़ी सजा
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने भ्रष्टाचार पर हल्ला बोलते हुए कहा कि यह लोगों के आगे बढ़ने के मौके छीनता है। इसलिए ऎसा करने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
भ्रष्टाचार के खिलाफ हल्ला बोल
राष्ट्रमंडल खेल और 2-जी स्पेक्ट्रम घोटालों को लेकर विपक्ष के निशाने पर आई कांग्रेस ने महाधिवेशन के दूसरे दिन भ्रष्टाचार के खिलाफ खुलकर हल्ला बोला। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि एक ऎसी नई व्यवस्था बनाई जाए, जिसमें राजनीतिज्ञों सहित सरकारी मुलाजिमों के भ्रष्टाचार के मामलों को फास्ट ट्रैक के आधार पर लिया जाए। भ्रष्टाचार से निपटने के लिए एक तंत्र बनाने पर बल देते हुए सोनिया ने कहा कि हम ऎसा तंत्र क्यों नहीं बना सकते, जो भ्रष्टाचार के मामलों को तय समयसीमा के भीतर निपटा सके।
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